प्राकृतिक चिकित्सा देश की प्राचीनतम चिकित्सा है इसके बारे में सभी वर्ग के लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए- डॉ. संजय दीक्षित

तीन दिवसीय मड बाथ शिविर की शुरुआत, पहले दिन 30 लोगों ने लिया मड बाथ का लाभ, एडवांस आयुष वेलनेस सेंटर और एडवांस योग एवं नेचुरोपैथी हॉस्पिटल ग्रेटर ब्रजेश्वरी द्वारा निःशुल्क मिट्टी चिकित्सा का आयोजन किया गया

इंदौर। एडवांस आयुष वेलनेस सेंटर और एडवांस योग एवं नेचुरोपैथी हॉस्पिटल द्वारा 1 नवंबर से 20 नवंबर 2022 तक 20 दिवसीय निःशुल्क प्राकृतिक चिकित्सक परामर्श शिविर लगाया गया है। इसमें बड़ी संख्या में लोग प्राकृतिक चिकित्सक से परामर्श लेने पहुंच रहे हैं। शिविर के बीच में 18 नवंबर, शुक्रवार से तीन दिवसीय निःशुल्क मड बाथ (मिट्टी चिकित्सा) शिविर का शुभारंभ हुआ। पहले दिन बड़ी संख्या में लोगों ने मड बाथ लिया और मड बाथ के बाद अपने अनुभव साझा किए।

ग्रेटर ब्रजेश्वरी, स्कीम-140 के सामने पिपल्याहाना स्थित सेंटर पर शुक्रवार को शिविर की शुरुआत सुबह 9 बजे से हुई। मुख्य अतिथि एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर के डीन डॉ. संजय दीक्षित थे। विशिष्ट अतिथि स्कूल ऑफ योग, देवी अहिल्याबाई विवि इंदौर के विभागाध्यक्ष डॉ. एसएस शर्मा एवं विशेष अतिथि डॉ. महेंद्र सिंह चौहान थे। इस अवसर पर डॉ. भूपेंद्र गौतम, सेवानिवृत्त एडीशनल डायरेक्टर जनसंपर्क विभाग विशेष रूप से उपस्थित थे। शिविर के शुभारंभ कार्यक्रम की अध्यक्षता वैज्ञानिक सलाहाकर बोर्ड, केंद्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद, आयुष मंत्रालय भारत सरकार के सदस्य एवं सेंटर के संचालक डॉ. एके द्विवेदी ने की।

सभी अतिथियों ने प्रारंभ में दीप प्रज्जवलन किया। अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. एके द्विवेदी ने 20 दिवसीय प्राकृतिक चिकित्सक परामर्श शिविर और शुक्रवार से शुरू हुए तीन दिवसीय मड बाथ शिविर के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान डॉ. द्विवेदी ने मिट्टी चिकित्सा के लाभ बताते हुए कहा कि मिट्टी चिकित्सा से पेट में जलन, कब्ज, सिर दर्द, उच्च रक्तचाप, मोटापा एवं सभी प्रकार के चर्म रोग का सफलतापूर्वक उपचार किया जा सकता है।

डॉ. दीक्षित ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मेडिकल क्षेत्र में सभी चिकित्सकिय विधाओं की अपनी-अपनी विशेषता है। उसमें प्राकृतिक चिकित्सा वो है जो काफी पुरानी है। एलोपैथी चिकित्सा तो बाद में आई है। इसलिए लोगों के बीच प्राकृतिक चिकित्सा के बारे में बात करना चाहिए और उन्हें इससे होने वाले फायदों की जानकारी देना चाहिए। डॉ. दीक्षित ने होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. एके द्विवेदी द्वारा संचालित किए जा रहे नेचुरोपैथी हॉस्पिटल की प्रशंसा की और कहा कि एक समय था जब इस तरह का प्राकृतिक उपाचर लेने के लिए केरल जाना पड़ता था लेकिन अब केरल की तरह ही प्राकृतिक चिकित्सा हमारे इंदौर में मिल रही है।

डॉ. एसएस शर्मा ने कहा कि नेचुरोपैथी, आयुर्वेद और योग ये तीनों विधाएं उपचार में काफी कारगर है। इन विधाओं से उपचार के लिए चिकित्सक के पास बेहतर ज्ञान यानि इन विधाओं का नॉलेज होना जरूरी है लेकिन आज देखने में आता है कि कई लोग कुछ ज्ञान होने पर ही इन विधाओं से लोगों का उपचार कर रहे हैं। ऐसे में व्यक्ति को उपाचर के बाद भी पूरी राहत नहीं मिल पाती है। यदि इन विधाओं के योग चिकित्सक द्वारा अपने संपूर्ण नॉलेज के माध्यम से व्यक्ति का उपाचर किया जाए तो निश्चित ही लोगों को लाभ मिलेगा। योग से भी कई तरह की बीमारियों को ठीक किया जा सकता है।

डॉ. शर्मा ने भी होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. द्विवेदी की प्रशंसा की और कहा कि डॉ. द्विवेदी को जितनी महारत होम्योपैथिक चिकित्सक में हासिल है उतनी ही योग एवं नेचुरोपैथी चिकित्सा में भी हासिल है। इसलिए इनके सेंटर पर आकर इलाज लेने वाले लोग डॉ. द्विवेदी को ध्यानवाद देते हैं क्योंकि वे लोग सही उपचार पाकर खुश होते हैं। अतिथियों का स्वागत राकेश यादव, दीपक उपाध्याय, डॉ. विवेक शर्मा, डॉ. जितेंद्र पूरी, विनय पांडे आदि ने किया। संचालन डॉ. विवेक शर्मा ने किया। आभार डॉ. जितेंद्र पूरी ने माना।

मड बाथ के लिए 115 लोगों ने कराया पंजीयन

तीन दिवसीय मड बाथ शिविर के लिए करीब 115 लोगों ने पंजीयन कराया है। डॉ. द्विवेदी ने बताया मड बाथ शिविर को लेकर लोगों का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। तीन दिवसीय निःशुल्क मड बाथ शिविर के लिए 115 लोगों ने पंजीयन कराया है। जिसमें से पहले दिन शुक्रवार को 30 लोगों को मड बाथ थैरेपी दी गई। इसमें सेंटर के डॉ. विवेक शर्मा, डॉ. जितेद्र पूरी, विनय पांडे, रीना सिंह, रघुवीर आदि द्वारा लोगों को मड बाथ थैरेपी दी गई। शिविर में महिला-पुरुष के लिए मड बाथ थैरेपी लेने के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है। शनिवार को 30 लोगों को मड बाथ थैरेपी दी जाएगी। तीन दिवसीय शिविर का समापन रविवार को होगा। इस दिन बचे हुए पंजीकृत सभी लोगों को मड बाथ थैरेपी दी जाएगी।

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